– गुरुजी से प्रेरित,
भानु प्रताप जैन द्वारा प्रस्तुत
मेरे गुरुजी के सबसे छोटे शिष्य।

लेकिन यह मेरे बारे में नहीं है, यह उनके बारे में है। और, यह आपके बारे में है। अध्यात्म से हम सभी वाकिफ हैं। हम सभी जीवन और उससे आगे के बारे में बहुत कुछ जानते हैं। हम बहुत कुछ जानते हैं… सब कुछ। हममें से अधिकांश लोग यह नहीं जानते कि इन बातों को सरलता से समझने और उनका पालन करने की आवश्यकता है। यह सरलता से पहुँचने का एक प्रयास है। मुझे जो कुछ भी लिखने के लिए निर्देशित किया गया है, वह यहां लिखा जाएगा। अगर यह कहीं तार पर हमला करता है, तो उस पर विचार करें। अगर ऐसा नहीं होता है, तो शायद समय आने पर ऐसा होगा। बहुतायत में रहते हैं।

मन…हृदय…और आत्म-साक्षात्कार

“फेस्बूक” पर ग्रुप “गुरुजी ऑफ गुड़गाँव”  का उद्देश्य गुरुजी के अनुयायियों को एक ऐसा मंच  देना है जहां वे अपने विचार और अनुभव साझा कर सकते हैं। साथ ही उन…

दिवाली का अर्थ या सार

हम दिवाली या दीपावली/दीपावली क्यों मनाते हैं? इसका क्या महत्व है और इससे क्या सीखा जाना चाहिए? क्या यह ‘दीये’ जलाने और पटाखे जलाने तक सीमित है? क्या इसमें कुछ…

हमारे गुरुजी

गुरुजी – मानव के रूप में भगवान – इतने साहसी, इतने आकर्षक, इतने दयालु, इतना प्यार करने वाले, इतना ख्याल रखने वाले, इतने क्षमाशील, इतने सहनशील, इतने संतुष्ट, कभी भूखे…