माताजी द्वारा एक बड़े हवन का आयोजन किया गया था, जब गुरुजी का मूर्ति रूप मुख्य स्थान, गुड़गांव में ‘स्थपित’ था। कुछ अनमोल पलों को इस वीडियो के रूप में प्रस्तुत किया गया है ताकि हर कोई उन पलों को देख सके और फिर से जी सके। माताजी, गुरुजी की अर्धांगिनी हैं, शक्ति स्वरूप हैं। उनके पवित्र हाथों से गुरुजी के मूर्ति रूप की प्राण प्रतिष्ठा हुई। ये केवल मूर्ति रूप नहीं है। गुरुजी स्वयं हैं रूप में यहाँ विराजते हैं।