मैं अपनी फैक्ट्री में बैठा था कि अचानक सूरी की माताजी का फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि आपको गुरुजी ने अभी कुल्लू बुलाया है। मैं अपने ड्राईवर, शिव कुमार को साथ लेकर एअरपोर्ट पहुंचा। जब मैं वायुदूत सेवा के टिकट काउन्टर पर पहुंचा और मैंने टिकट खरीदा वह उस फ्लाईट का आखिरी टिकट था। जब मैं कुल्लू पहुंचा, तो सूरी का बेटा एअरपोर्ट पर अपनी जीप लेकर मेरा इन्तजार कर रहा था। हमें रोहतांग पास जाना था। हम दोनों को करीब तीन से चार घण्टे जीप में सफर करके रोहतांग पास पहुंचना था। उस समय शाम के करीब तीन बजे का समय था कि रोहतांग पास की ओर से आने वाले वाहन चालकों ने हमें रोका और सलाह दी कि अब ऊपर जाना खतरनाक है। किसी भी समय तेज ठण्डी हवाएं चल सकती है और हमें उड़ा कर ले जा सकती हैं। इसलिए कहा जाता है कि दोपहर दो बजे तक ही रोहतांग पास में रुकना चाहिए।
जब रोहतांग पास पहुंचने से पहले हम “मरही” पहुंचे। यह वो जगह है, जहाँ पर रोहतांग से आने वाले लोग चाय नाश्ते के लिए रुकते है। वहाँ से जब हम जीप द्वारा चले तो सामने से गुरुजी पैदल चले आ रहे थे। हम जीप से नीचे उतरे हमने गुरुजी को प्रणाम किया। उस समय कंपकपाती हुई ठण्ड थी। गुरुजी ने मुझे एक ठण्डा आम दिया और एक पूरी और आलू की सब्जी खाने के लिए दी। उस समय संत लाल जी उनके साथ थे। वह मेरे पास आये और बोले— ”राजपॉल जी, क्या आप जानते हैं? ये कौन सी पूरी और आलू की सब्जी गुरुजी ने आपको खाने के लिए दी है?”
मैंने पूछा— “…….क्यों? ……क्या हुआ?” वह बोले— ”गुरुजी ने आज सबको आलू और पूरी खाने के लिए दी और अन्त में एक पूरी और कुछ सब्जी बच गई। हमने गुरुजी को भी खाने के लिए कहा, परन्तु वे बोले कि दिल्ली से राजा आ रहा है, यह उसके लिए है।”
गुरुजी ने खुद् भी सुबह से कुछ नहीं खाया है और हम सब को खिला दिया है। वहाँ करीब बीस लोग उनके साथ थे और बिना किसी डर के गुरुजी के पास परम सुः ख भोग रहे थे।
आखिरी पूरी आलू और एक आम, वह भी उनके ‘राज्जे’ के लिए, जो दिल्ली से आ रहा है। ‘राज्जे’ की भी फ्लाईट का, मिस न होना, जोकि दिन की आखिरी फ़्लाईट थी
और आखिरी सीट का मिलना। ‘राज्जे’ का कुल्लू पहुंचना और बाहर सूरी के बेटे का उनके इन्तजार में पहले से ही खड़ा होना। और वह भी सौ प्रतिशत विश्वास के साथ। ‘राज्जे’ का रोहतांग पास पहुंचना तथा आलू पूरी और आम—–
सब कुछ शीशे की तरह से बिलकुल साफ था कि गुरूजी भगवान की तरह सब कुछ देख रहे थे।
……वाह गुरुजी !!