उस समय के कुछ दुर्लभ क्षण जब गुरुदेव ने मानव रूप को सुशोभित किया था। व्यक्तिगत घटनाओं को पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

– (श्री राजपॉल सेखरी द्वारा लिखित – गुरुदेव के प्रमुख शिष्यों में से एक)

51. जब गुरूजी ने मुझे अस्पताल के ICU विभाग में, किसी मरीज़ को जल देने भेजा।

एक बार की बात है, गुरूजी अपने गोल मार्किट वाले क्वॉटर के बाहर खड़े थे कि अचानक कुछ लोग आये और गुरुजी से, अपने किसी व्यक्ति के बारे में बताने…

50. जब गुरुजी ने मुझे, एक ‘मिरगी’ के मरीज को सड़क पर ठीक करने पर डाँट लगाई।

एक दिन सुबह-सुबह का समय था और हमेशा की तरह मैं, अपन शोरुम में बैठा था कि मेरा एक चपरासी दौड़ता हुआ आया और मुझसे कहने लगा कि बाहर एक…

49. जब पंजाबी बाग में, गुरुजी ने लगातार सिरदर्द के लिए, एक महिला के माथे पर स्ट्रोक्स लगाये।

एक दिन की बात है, देर शाम को गुरुजी, पंजाबी बाग आये और हमेशा की तरह लोग उनके दर्शन के लिए आना शुरु हो गये। तभी मेरी पत्नी गुलशन की…

48. जब मुझे अपने बड़े भाई की मौत का स्वप्न आया

अपने शयनकक्ष में मैं सो रहा था। मैंने स्वप्न में अपने छोटे भाई को देखा, जो मुझसे कह रहा था—- ”उठो हमारे बड़े भाई, सत्यपाल की मृत्यु हो गई है।”…

47. जब एक सरदारजी, चार महीनों से, कुछ भी नहीं खा पा रहे थे।

एक परिवार लगभग चालिस वर्षीय एक अद्भुत मरीज़ को गुरुजी के पास लेकर आया, जिसने पिछले चार-पाँच महीने से कुछ भी नहीं खाया था। वह बिलकुल एक कंकाल की तरह…

46. जब गुरुजी के शिष्य की बेटी, अपनी परीक्षा से पहले, विषय के बारे में ही भूल गई।

एक बार गुरुजी के पहले शिष्यों में से एक, श्री एफ. सी. शर्मा जी, जो गुरुजी के विभाग में ही काम करते थे, आये और गुरुजी को अपनी परेशानी का…

45. जब एक महिला, पिछले छः महीनों से सो नही सकी।

कुछ ऐसे लोग, जो मेरे अपने सोशल सर्कल में भी आते हैं, उन्हें भी पता लगा कि गुरुजी ने मुझे कुछ आध्यात्मिक शक्तियाँ दी हैं और मैं अपने घर पर…

44. जब डॉक्टर कुमुदिनी मेरे प्रति अपने आसक्त प्रेम के बारे में जानना चाहती थी।

जैसा कि गुरुजी ने मुझे आदेश दिया था, मैं प्रत्येक शनिवार के दिन सुबह-सुबह अपने घर पंजाबी बाग में लोगों की सेवा के लिए बैठ जाता था। बहुत से लोग…

43. जब मैंने वीरवार के दिन गलती से शेव कर ली।

गुरुजी द्वारा कुछ विशेष निधारित नियम हैं, जो हम सब के लिए आध्यामिक उपलब्धि और शान्तिपूर्ण अच्छी जिन्दगी जीने के लिए मानना जरुरी है। जिसमें से एक नियम वीरवार के…

42. गुरूजी ने मुझे तुरन्त कुल्लू बुलाया

मैं अपनी फैक्ट्री में बैठा था कि अचानक सूरी की माताजी का फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि आपको गुरुजी ने अभी कुल्लू बुलाया है। मैं अपने ड्राईवर, शिव…